जब इंटरनेट का जमाना नहीं था तब लोग अच्छी कहानियो द्वारा अपना मनोरंजन कर लेते है। हालांकि अभी भी बच्चो के मानसिक विकास के लिए कहानिया अच्छी मानी जाती है। आज की पोस्ट में हमने ऐसी ही लाजवाब और मजेदार जादुई कहानिया दर्शित की है।

जिन्हे पढ़ कर आपको मनोरंजन का अनुभव जरूर होगा। सामान्य रूप से जादुई कहानियो को काल्पनिक रूप से बनाया गया है। जो पढ़ने में काफी दिलचस्प और मजेदार होती है। छोटे बच्चो को ध्यान में रखते हुए यहाँ बहुत अच्छी कहानिया लिखी गयी है जो निचे मुताबिक है।
मजेदार और अच्छी जादुई कहानिया
हमारे हिंदी साहित्य के खजाने में बहुत सी अद्भुत कहानिया देखने मिलती है। ऐसा भी माना जाता है की ऐसी कहानिया पढ़ने से हमारी कल्पना शक्ति अच्छी होती है और सोचने की क्षमता भी बढ़ती है। हमने यहाँ ऐसी ही लाजवाब कहानिया निचे दर्शाई है।
गोलू और जादुई लड्डू
📍 स्थान: मिठापुर गाँव
मिठापुर में एक गोल-मटोल लड़का रहता था, नाम गोलू। गोलू को दो चीज़ों से बहुत प्यार था, सोना और खाना… और खाने में तो सबसे ज़्यादा लड्डू।
एक दिन गाँव के मेले में एक बूढ़ा बाबा आया। बाबा के पास एक चमकता हुआ डिब्बा था। उन्होंने कहा:
“इस डिब्बे में एक जादुई लड्डू है। जो इसे खा लेगा, उसे एक दिन में एक बार कोई भी एक इच्छा पूरी करने का मौका मिलेगा… लेकिन ध्यान रखना, लालच नहीं करना।”
गोलू को सुनते ही मुँह में पानी आ गया। उसने बाबा से डिब्बा लिया और घर भागा।
🍬 पहली इच्छा
गोलू ने तुरंत लड्डू खा लिया और बोला:
“हे जादुई लड्डू, मुझे एक बड़ा सा मिठाई का पहाड़ दे दे!”
और पलक झपकते ही उसके घर के सामने रसगुल्लों और लड्डुओं का पहाड़ आ गया। पूरा गाँव खाने लगा, लेकिन गोलू ने आधा से ज़्यादा खुद ही खा लिया… और फिर पेट पकड़े सो गया।
🪄 दूसरी इच्छा
अगले दिन गोलू ने फिर लड्डू खाया और बोला:
“मुझे सोने का ताज चाहिए!”
ताज आया, लेकिन इतना भारी था कि गोलू के सिर पर रखने से वह गिर पड़ा और उसकी नाक पर चोट लग गई।
😅 तीसरी और आखिरी गड़बड़
तीसरे दिन गोलू ने सोचा
“अब तो मैं सबसे अमीर बन जाऊँ!”
उसने इच्छा की: “मुझे सोने का घर चाहिए!”
सोने का घर आया… लेकिन धूप में इतना गरम हो गया कि गोलू घर के अंदर बैठते ही जलने लगा। वह बाहर भागा और समझ गया कि बाबा ने सही कहा था. लालच मत करो।
🎯 सीख
गोलू ने बाबा को डिब्बा लौटा दिया और कहा:
“अब मुझे सिर्फ मेहनत से कमाए हुए लड्डू चाहिए।”
बाबा मुस्कुराए और बोले:
“सही कहा बेटा, जादू अच्छा है… पर दिमाग से।”
चिंटू और बोलने वाली पेंसिल
📍 स्थान: कलमपुर गाँव
कलमपुर में चिंटू नाम का एक शरारती लड़का रहता था। उसे पढ़ाई से ज्यादा ड्राइंग और मस्ती पसंद थी। एक दिन बाज़ार में उसे एक पुरानी पेंसिल मिली, जिस पर लिखा था,
“जो मैं लिखूँगी, वो सच हो जाएगा।”
चिंटू ने सोचा — “वाह! अब तो पढ़ाई छोड़कर मैं दुनिया बदल दूँगा!”
✏️ पहला कमाल
चिंटू ने पेंसिल से लिखा:
“मेरे कमरे में ढेर सारे चॉकलेट बरसें।”
तुरंत ही चॉकलेट की बारिश होने लगी। चिंटू खुशी से कूदने लगा, लेकिन उसका कमरा चॉकलेट से भर गया और दरवाज़ा बंद हो गया। उसे खिड़की से भागना पड़ा।
🐓 दूसरा कमाल
चिंटू ने सोचा — “मस्ती और हो जाए।”
उसने लिखा:
“हमारे गाँव की मुर्गियां अंग्रेज़ी बोलने लगें।”
अब गाँव की सारी मुर्गियां बच्चों को देखकर कहने लगीं:
“गुड मॉर्निंग, सर!”
गाँव वाले डर गए और भागने लगे।
😅 तीसरा और आखिरी मज़ा
चिंटू ने लिखा:
“मेरे होमवर्क अपने आप हो जाएं।”
होमवर्क तो हो गया… लेकिन पेंसिल ने उसकी जगह स्कूल की ब्लैकबोर्ड पर लिखा “चिंटू आलसी है।”
पूरी क्लास हँस पड़ी।
🎯 सीख
चिंटू ने पेंसिल को अलमारी में रख दिया और समझ गया,
“जादू मज़ेदार है, लेकिन बिना सोचे-समझे इस्तेमाल किया तो खुद ही फँस जाओगे।”
पिंकी और जादुई छतरी
📍 स्थान: रंगपुर कस्बा
रंगपुर में पिंकी नाम की एक हंसमुख लड़की रहती थी। उसे बारिश बहुत पसंद थी, लेकिन उसके गाँव में सालों से बारिश नहीं हुई थी।
एक दिन उसने पुराने सामान के ढेर में एक रंग-बिरंगी छतरी देखी। उस पर लिखा था
“जिस दिशा में यह छतरी घुमाओगी, वहाँ आसमान बदल जाएगा।”
☔ पहला प्रयोग
पिंकी ने छतरी घुमाई और कहा:
“बारिश आ जाए!”
तुरंत ही आसमान से पानी की तेज़ बूँदें गिरने लगीं। लोग खुशी से नाचने लगे, लेकिन जल्द ही इतनी बारिश हुई कि पूरा गाँव कीचड़ में बदल गया। गाँव वाले बोले:
“अरे पिंकी! थोड़ा संभाल कर!”
🌈 दूसरा प्रयोग
पिंकी ने सोचा “अब कुछ मज़ेदार किया जाए।”
उसने छतरी घुमाई और कहा:
“आसमान में इंद्रधनुष और गुलाब की खुशबू आ जाए।”
और सच में आसमान में 5 बड़े इंद्रधनुष बन गए और पूरे गाँव में गुलाब की खुशबू फैल गई। लेकिन खुशबू इतनी तेज़ थी कि सबको छींके आने लगीं।
🐧 तीसरा और गड़बड़ प्रयोग
पिंकी ने मज़े के लिए कहा:
“गाँव में पेंगुइन घूमने आ जाएं।”
कुछ ही पलों में ठंड का मौसम आ गया और सैकड़ों पेंगुइन गाँव में टहलने लगे। लोग तो खुश थे, लेकिन पेंगुइन घरों में घुसकर बिस्कुट खा गए और पानी के टब उलटने लगे।
🎯 सीख
पिंकी ने समझा
“जादू अच्छा है, लेकिन ज़रूरत से ज़्यादा करोगे तो मुसीबत में बदल जाएगा।”
उसने छतरी को संभालकर रख लिया और वादा किया कि वह इसे सिर्फ अच्छे कामों के लिए इस्तेमाल करेगी।
बोलने वाला तकिया
📍 स्थान: मोतीपुर गाँव
मोतीपुर में एक लड़का था, राजू। वह पढ़ाई में थोड़ा कमजोर था और हमेशा रात को देर से सोता। एक दिन उसे मेले में एक अजीब सा तकिया दिखा। दुकानदार ने मुस्कुराकर कहा:
“ये तकिया तुम्हें सिर्फ सपनों में नहीं, हकीकत में भी मदद करेगा… बस इसे हल्के से कान से लगाकर बोलना।”
राजू ने मजे में तकिया खरीद लिया और घर आ गया।
😴 पहली रात का जादू
रात को सोने से पहले उसने मजाक में कहा:
“अरे तकिये! कल मेरा गणित का होमवर्क तू कर दे।”
सुबह उठते ही उसने देखा, उसकी कॉपी में पूरा होमवर्क लिखा था… और वो भी एकदम सही!
राजू हैरान भी था और खुश भी।
📚 दूसरा प्रयोग
राजू ने कहा:
“तकिये! कल की टेस्ट में सारे सवाल आसान करवा देना।”
अगले दिन टेस्ट में सिर्फ वही सवाल आए, जो उसे आते थे। क्लास में सब हैरान कि राजू ने फुल मार्क्स कैसे ले लिए।
😜 मजेदार गड़बड़
एक दिन राजू ने मजाक में कहा:
“तकिये! कल स्कूल में छुट्टी करवा दे।”
अगले दिन स्कूल खुला ही नहीं… क्योंकि पूरे गाँव में अचानक इतनी ठंडी हवा चली कि लोग कंबल से बाहर ही नहीं निकले।
गाँव वाले बोले:
“ये मौसम अचानक कैसे बदल गया?”
राजू चुपचाप मुस्कुरा रहा था, लेकिन समझ गया कि जादू का गलत इस्तेमाल बड़ी गड़बड़ कर सकता है।
🎯 सीख
“जादू, अगर समझदारी से किया जाए तो खुशी लाता है… वरना मुसीबत भी।”
राजू ने वादा किया कि अब वह तकिये को सिर्फ अच्छे कामों में ही इस्तेमाल करेगा, जैसे बीमार दोस्त की मदद करना या मुश्किल सवाल सिखाना।
उड़ने वाले जूते
📍 स्थान: रंगपुर शहर
रंगपुर में एक लड़का था, मोनू। वह हमेशा स्कूल देर से पहुंचता था, क्योंकि उसका घर पहाड़ी के ऊपर था और स्कूल नीचे मैदान में। रोज़ दौड़ते-दौड़ते उसकी सांस फूल जाती।
🛍️ जादुई तोहफ़ा
एक दिन बाज़ार में उसे एक पुराना जूता दिखाई दिया, जिस पर सुनहरी पट्टी और छोटे-छोटे पंख बने थे। जूते बेचने वाली बूढ़ी औरत ने कहा:
“ये जूते बस पहनते ही… हवा में उड़ने लगेंगे। लेकिन याद रहे — इन्हें कभी बुरे काम में इस्तेमाल मत करना।”
मोनू ने हँसते हुए जूते खरीद लिए।
🪂 पहला उड़ान अनुभव
रात को मोनू ने जैसे ही जूते पहने, अचानक “हूँ” की आवाज़ आई और वो हवा में 20 फीट ऊपर उठ गया।
वो पूरे मोहल्ले के ऊपर से उड़कर अपने दोस्त के घर चला गया, जैसे कोई सुपरहीरो हो।
🎉 मज़ेदार शरारतें
अगले दिन उसने स्कूल जाते वक्त ट्रैफिक जाम के ऊपर से उड़ान भर ली।
क्रिकेट मैच में उसने ऊपर से गेंद पकड़कर अपने टीम को जीत दिलाई।
मोहल्ले के बच्चों को आइसक्रीम लाने में भी हवा से सीधे दुकान पहुंच जाता।
😅 बड़ी मुसीबत
एक दिन मोनू ने सोचा कि चलो बादलों तक उड़कर देखते हैं।
जैसे ही वो ऊपर-ऊपर गया, बिजली कड़कने लगी और तेज़ हवाएं चलने लगीं।
जूते अचानक से बंद हो गए… और मोनू गिरते-गिरते एक पेड़ पर अटक गया।
गाँव वालों ने बड़ी मुश्किल से उसे नीचे उतारा।
🎯 सीख
“जादू, अगर मज़े के लिए हो तो सही… लेकिन हद से ज़्यादा लालच खतरनाक होता है।”
अब मोनू जूतों का इस्तेमाल सिर्फ ज़रूरत के समय करता था। जैसे किसी को दवाई पहुँचाना, या बाढ़ में फंसे लोगों की मदद करना।
आशा करती हु मजेदार और अच्छी जादुई कहानिया दर्शाने में सफल रही हु। पोस्ट पसंद आयी हो तो अन्य लोगो के साथ शेयर करना बिलकुल न भूले।