लोगो को डरावनी कहानिया सुनना अच्छा लगता है। लेकिन आपको पता चले की जो कहानी आप पढ़ रहे वह घटना किसी के साथ सच में हुई है, तो रोंगटे खड़े हो जाते है। आज हमने ऐसी ही सच्ची घटनाओ पर आधारित 8 से भी अधिक कहानियो को दर्शित किया है।

सत्य घटनाओ पर से प्रेरित इन कहानियो को पढ़ कर आप डर के साथ साथ मनोरंजन का अनुभव भी कर सकते है। इसे बच्चो से लेकर बड़ो तक हर कोई पढ़ सकता है। कहा जाता है की हमारे भारत में कही रहस्य्मय जगहों पर ऐसी घटनाए हुई है, जो सामान्य इंसान की समझ से बहार है।
आज हम बात करने वाले है ऐसी ही दिलचस्प, मजेदार और सबसे डरावनी कहानियो के बारे में। यह कहानिया ऐसी है जो आपको अंदर तक डरा सकती है। यदि रात के समय पर ऐसी कहानियो को पढ़ा जाए तो ज़्यादा डर लगता है।
8 सच्ची डरावनी कहानियाँ
हम सभी ने अपने जीवन में किसी न किसी को यह कहते जरूर सुना होगा की उसने कुछ अलौकिक शक्तिओ को महसूस किया है। जिन्होंने इसका अनुभव किया है उनको ही पता है यह कितनी डरावनी चीज है। तो आइये दोस्तों हम निचे भूतो की कहानियो की शुरुआत करते है।
(1) राजस्थान की भूतिया हवेली
जैसा की हम सभी को पता है वैसे राजस्थान में बहुत से पुरातन स्थल आज भी देखने मिलते है। उन्हों में से एक है राजस्थान के कोटा शहर में स्थित एक भूतिया हवेली। जिसको पुरातन काल में एक महाराजा द्वारा बनाया गया था।
पिछले अठारह साल से यह हवेली खाली और सुनसान पड़ी हुई थी। कोई भी यहाँ रहने नहीं आया था क्यों की लोगो का कहना था की यहाँ बहुत प्रेत देखने मिलते है। हालांकि इन सब बातो को कही लोग अफवाह समझ कर ज़्यादा ध्यान भी नहीं देते थे।
अजित सिंह नाम का एक आदमी था उसने यह तय किया की वह उस हवेली में रहने जायेगा। वह इस हवेली से जुडी सच्चाई के बारे में पता कर के ही रहेगा। की क्यों लोग इस हवेली में रह नहीं पाते या रहना पसंद नहीं करते।
उसने अपनी मजबूत इच्छा शक्ति द्वारा इस हवेली में रहने की पूरी तैयारी कर ली। जब वह उस हवेली की तरफ की तरफ जा रहा था तो किसी अनजान व्यक्ति ने उसे रोक लिया। उसने बताया की यह हवेली भूतिया है यहाँ जाना खतरे से खाली नहीं होगा।
तभी अजित सिंह बहादुरी के साथ बोला की में यहाँ रुकने के लिए आया हु साथ ही इस हवेली के सच के बारे में भी जानना चाहता हु। इतना कह कर वह हवेली की तरफ चल पड़ा। पीछे वह आदमी बोलता रहा की लौट जाइये वह मत जाओ भूतो का बसेरा है वहा।
वह उस हवेली में गया अपनी बेग एक तरफ रखी और एक जगह पर आ के बैठ गया। थकान की वजह से उसको बैठे बैठे ही नींद आने लगी। तभी अचानक ठंडी हवाई चलने और वहा की लाइट अपने आप ही बंद चालू होने लगी। साथ ही कुछ अजीब सी आवाज भी आने लगी। इन सब की वजह से उसकी नींद टूट गयी।
उसने सामने की तरफ देखा तो वहा रखा हुआ टेबल हवा में उड़ रहा था। वह टेबल गोल गोल घूम के अजित की तरफ आगे बढ़ने लगा। अचानक ही वह वहा से थोड़ी दूर दूसरी जगह भगा। पीछे मूड कर देखा तो टेबल उसी तरह पड़ा था जहा वह पहले खड़ा। यह सब देख कर अजित के होश उड़ने लगे।
यह सब देख कर अजित ने थोड़ी हिम्मत कर के पूछा तुम कौन हो और मुझे क्यों डरा रही हो। तभी आत्मा सामने आयी और बोलने लगी की मुझे इस हवेली में मारा गया था। अब में किसी को भी इस हवेली में नहीं रहने दूगी।
तब अजित ने उसके पास रहा सफ़ेद पाऊडर जो एक तांत्रिक बाबा द्वारा दिया गया था वह आत्मा पर डाला। बिना देर किए वह अपना बेग उठा कर सीधा हवेली के बहार भाग कर आ गया।
(2) कॉलेज की खौफनाफ सच्चाई
यहां दर्शाई कहानी दिल्ली के एक मशहूर कॉलेज के कैंपस में घटी थी। कहा जाता है की इस कॉलेज के बॉयज हॉस्टल में भुत का साया है।
कही विद्यार्थीओने उसे देखने का दावा भी किया है। बात 1998 की है जब एक अभिषेक नाम का लड़का उस हॉस्टल में रहा करता था। उसके साथ उसका कुत्ता भी उसी के रूम में रहता था। लेकिन एक दिन अचानक उस कुत्ते की मौत हो गयी।
वह उसके कुत्ते को लेकर वहा के पास में रहे जंगल में दफ़नाने के लिए चला गया। वापस आ कर अभिषेक अपने कमरे में आराम करने के लिए गया और वही सो गया था। लेकिन फिर वह कभी जागा ही नहीं को की उसकी मौत हो चुकी थी।
उसकी मौत कैसे हुई उसका रहस्य आज तक नहीं खुला। लेकिन ऐसी रहस्य्मय घटनाओ के बाद इस हॉस्टल के छात्र डरने लगे। थोड़े समय बाद लोग इन सब बातो को भूल कर अपनी रोजाना जिंदगी में वापस लौटने लगते है।
हालांकि जिस रूम में अभिजीत की मौत हुई थी, वहा पर लोग आज भी जाने से डरते थे। एक बार जब उस कॉलेज की हॉस्टल में नए छात्र आए तो उन्होंने इन सब बातो को बस एक अफवाह समझा।
उनमे से कुछ विद्यार्थीओने इस बात को सुना और इसका काफी मजाक उड़ाया। रात में उन्होंने भूतो को बुलाने वाली गेम खेलने का निर्णय लिया। उस रात को सब स्टूडेंट्स ने मिल कर आत्मा को पुकारा। सिक्के के ज़रिये वह लोग आत्मा को बुला लेते है।
लेकिन आत्मा को वापस कैसे भेजना है इन सब की जानकारी उनके पास नहीं थी। उस वक्त से वह आत्मा उनके रूम में आ गयी। सब लोग धीरे धीरे बीमार होने लगे। वह आत्मा उस रूम में जो भी रहने आता था उसको परेशान करने लगती थी।
यह बात धीरे धीरे पुरे कॉलेज और हॉस्टल में फ़ैल चुकी थी की उस कमरे में आत्माए भटकती है। आज भी देर रात वहा जाने वाले लोगो को उस कमरे के आसपास बुरे अनुभव होते है।
(3) शापित पहाड़ का रहस्य
कहा जाता है की पहाड़ो में बहुत से रहस्य छुपे है। पहाड़ यूँ तो बड़ी खूबसूरत चीज़ होती है लेकिन यह बहुत खतरनाक भी है। कहानी उन चार दोस्तों की है जो शिमला घूमने गए थे। इस सफर पर उनके साथ एक ऐसी घटना घटी की उनकी पूरी जिंदगी ही इसके कारण बदल चुकी।
मुंबई शहर की एक लड़की जिसका नाम रिया था वह अपने दोस्त ईशान, रवि और मान्या के साथ शिमला घूमने जाने का प्लान बना रही थी। उनका प्लान बन चूका था वह सब वहां जाने के लिए बस में भी चढ़ गए।
बस में रिया को नींद आने लगी जब उसकी नींद खुली तो उसने देखा की वह बस में बिलकुल अकेली थी। बस में कोई भी नहीं था ड्राइवर भी नहीं और बस अपने आप ही चल रही थी। उसके दोस्त भी उसके आसपास नहीं थे।
ऐसा सब देख कर रिया बहुत बुरी तरीके से गभरा जाती है और जोर से चिल्लाने लगती है। तभी उसे महसूस होता है की उसके पीछे कोई खड़ा है। जब उसने पीछे मूड कर देखा तो पिछली सीट पर एक महिला बैठी हुई थी, जिसने लाल रंग की साड़ी पहनी थी।
उस औरत को देख कर ऐसा लग रहा था की जैसा उसका चेहरा जला हुआ हो। ऐसा लग रहा था की जैसे उसके चेहरे पर किसी ने एसिड फेका हो। ऐसे भयंकर औरत को देख कर रिया के मुँह से चिक निकल गयी।
तभी रिया की आँखे खुल चुकी थी उसको पता चला की उसने एक बहुत बुरा सपना देखा है। उसके आसपास सारे लोग मौजूद थे उसके दोस्त भी। उन्होंने रिया से पूछा की क्या हुआ है। फिर रिया ने वहा पर बैठे लोगो सारी सच्चाई बता दी।
तभी वहा बैठे लोगो में से एक बुजुर्ग आदमी ने बताया की ऐसे पहाड़ो के आसपास अक्सर ऐसी घटनाए होती रहती है। थोड़े समय पहले यहाँ एक औरत को जला कर मर डाला गया था। उसकी आत्मा लोगो को ऐसे डराया करती है।
(4) कहानी सिर कटे भुत की
कहानी एक ऐसे इंसान की है जो रोजाना अपने काम से उस रास्ते पर जाता है। इसके मुख्य किरदार का नाम राकेश है जो एक मल्टी नेशनल कंपनी में ब्रांच मैनेजर की जॉब करता था। एक दिन उसको ज़्यादा काम था जिस वजह से वह ऑफिस से लेट निकला।
उस वक्त सर्दियों का मौसम चल रहा था जिस वजह से रात भी जल्दी हो गयी थी। ठंड भी ज़्यादा थी राकेश काफी तेज कदमो से चल रहा था। तभी उसे अचानक उसके पीछे से आवाज सुनाई दी ” रुक जाओ ”
उसने पीछे मूड कर देखा तो वहा पर कोई भी नहीं था। वापस से उसे वही आवाज सुनाई दी की सामने देखो। जैसे ही उसने सामने की और देखा उसे एक चमकदार चीज़ उसे रोड पर दिखाई देती है। पास जा कर देखा तो एक चमकदार हीरा था।
उसने वह हीरा अपने हाथ में ले लिया और वह हीरे को देख कर काफी ज़्यादा खुश हो गया। हालांकि उसको पता नहीं था की यह कोई साधारण हीरा नहीं बल्कि एक मायावी शक्ति वाला हीरा है।
उसने जैसे ही दोनों हाथो से उस हीरे को छुआ उसमे से एक भुत बहार आया। लेकिन वह कुछ ज़्यादा ही डरावना भुत था क्यों की उसके शरीर उसका सिर कटा हुआ था। यह देख कर राकेश बहुत गभरा जाता है और भागने लगता है।
लेकिन भुत उसके पीछे पीछे ही आ रहा था यह देख कर राकेश को डर लगने लगता है। फिर दौड़ते दौड़ते राकेश के हाथ से वो हीरा निचे गिर जाता है। तभी आत्मा वापस उस हीरे के अंदर चली जाती है। इससे उसे पता चलता है की आत्मा उस हिरे में कैद है। वह हिरे को वही छोड़ कर वहा से चला जाता है।
(5) पायल की छन छन आवाज
बात तब की है जब आशीष नवमी कक्षा में पढता था। तभी उसके पापा की प्रमोशन मिल जाता है। वह सभी लोग अपनी फॅमिली के साथ एक बड़ी सी कॉलोनी के फ्लैट में शिफ्ट हो जाते है। पूरा परिवार उनका इस बात से बहुत खुश था क्यों की वह शहर में रहने आ गए थे।
उस नए घर में आशीष को रहने के लिए भी एक अलग कमरा दिया गया गया था। उस घर में जा कर आशीष को देर रात तक टीवी देखने की आदत हो चुकी थी। उसके मम्मी और पापा अलग कमरे में जा कर सो जाते थे।
शुरुआत के दिनों में सब कुछ सही रहा लेकिन धीरे धीरे उस घर में कुछ विचित्र घटनाए होने लगी थी। एक दिन वह देर रात टीवी देख रहा था तब उसे घर में कुछ आवाज सुनाई दी। तभी उसने सोचा की शायद मम्मी कुछ काम से जाग रही होगी।
उसके बाद रोज रात को यह आवाज आने लगी एक दिन उसने टीवी का वॉल्यूम कम कर के ध्यान से सुनने की कोशिश की। उसे लगा की कोई पायल पहन कर घर में यहाँ वहा घूम रहा है। पायल की छन छन छन आवाज लगातार आ रही थी।
आशीष काफी हद तक दर गया था उसने अगली सुबह सबको यह बात बताई लेकिन उसकी बात पर कोई यकीन ही नहीं कर रहा था। थोड़े दिन बाद उसके अंकल उस घर में रहने आये तब उन्हें भी यह छन छन की आवाज सुनाई देने लगी जो काफी डरावनी थी।
फिर आशीष के मम्मी पापा को भी यकीन हो गया की यह सब जूठ नहीं बोल रहे। बाद में उन्होंने अपने घर पर एक बड़ा सा शांति पूजन वाला हवन करवाया। जिस वजह से वहा भटक रही आत्मा को शांति मिली और वह वहां से चली गयी।
(6) वह कौन थी?
यह कहानी एक ऐसे गाँव की है जहा लोग एक चुड़ैल के काफी डरते थे। उसके खौफ की वजह से सब शाम को जल्दी अपने अपने घर पर वापस आ जाते है। यदि कोई देर रात तक बहार रुकता तो वह चुड़ैल उनको परेशान करती थी।
बात उस दिन की है जब ठंड का मौसम और दिसंबर का महीना चल रहा था। तब आकाश में अचानक से बिजली चमकी और तेज बारिश होने लगी। थोड़े समय में बारिश के कारण गाँव का तालाब पूरा भर चूका था और उसके पास काफी ज़्यादा घांस उग चुकी थी।
यहाँ तालाब के पास जो खेत था वहा जगदीश चाचा अपनी भैंस को चराने के लिए लेकर आये थे। लेकिन वहा एक जगह पर आकर भैंस रुक जाती है बहुत कोशिशों के बाद भी वह आगे नहीं बढ़ पा रही थी।
तभी जगदीश काका की नजर सामने रखे खत पर बैठी एक औरत पर पड़ी, जो दिखने में काफी डरावनी थी। एक पल के लिए तो कोई भी इंसान उसे देख कर डर जाता वैसी दिख रही थी वह। वैसे तो चाचा बहादुर थे लेकिन आज उसे देख कर उन्हें भी सिरहन पैदा होने लगी।
बिच में बड़े बड़े घांस के कारण चाचा को वह औरत ठीक से दिखाई भी नहीं दे रही थी। उन्होंने सामने की तरफ आवाज लगाई की कौन है लेकिन सामने से कोई प्रतिभाव नहीं मिला। उसने वहा जाकर देखा तो एक बुद्धि औरत दिखाई दी जो उसको काफी जनि पहचानी लग रही थी।
उसने जा कर पूछा की आप कौन है और यहाँ क्या कर रही है तो उसने अपना नाम मीना बताया। उसने बताया की बचपन में वह पेड़ पर से निचे गिर गयी थी। तभी जगदीश काका को याद आया की उनके बचपन में ऐसा किस्सा सुना था।
इस वक्त उनको दादा जी की कही एक बात याद आयी की बचपन यदि किसी की मृत्यु हो तो उसे जलाया नहीं जाता बल्कि दफनाया जाता है। और मीना को भी दफनाया गया था जिस वजह से उसकी रूह अभी तक भटक रही है।
यह सोच कर वह गाँव की तरफ चल पड़े और जा कर उन्होंने गाँव वालो से और मीना के परिवार से इस विषय पर चर्चा की। बाद में सबने मिल कर मीना की लाश को अग्नि संस्कार दिया। बाद में उसकी आत्मा को भी शांति मिल चुकी थी।
(7) गाना सुनते ही आ जाता था भुत
यह सत्य घटना गुजरात के वड़ोदरा शहर के पास स्थित एक गाँव की है जिसका नाम भलेज है। जहा पर वर्ष 2006 में रिलीज़ हुए गाने झलक दिखलाजा को लेकर बड़ा विवाद हुआ था। लोगो का मानना था की यह गाना बजते ही वहा पर भुत आ जाता।
कुछ लोगो ने इसे सच समझा तो कुछ लोगो ने बस एक अफवाह समझ कर बात को टाल दिया। लेकिन अभी तक भालेज नाम के इस गाँव में इस गाने पर प्रतिबंध लगा हुआ है। कोई भी इसे सुनना पसंद नहीं करता इसका खौफ आज भी लोगो के दिल में है।
एक बार गाँव में शादी की बारात निकली थी तब डीजे पर अक्सर फिल्म का यह गाना बजने लगा। लोगो के मुताबिक इस गाने के शुरू होते ही उन्हें अपने आसपास कुछ अलौकिक शक्तियों का अनुभव होने लगा था।
गाँव के एक लड़के को यह गाना बहुत पसंद था वह उस समय के मोबाइल और रेडियो पर यही गाना सुनते रहता था। थोड़े समय में उस लड़के ने किसी कारण की वजह से आत्महत्या कर ली थी। जिस वजह से लोगो के अनुसार यह गाना शापित माना गया।
बुजुर्ग लोग कहते है की उस समय जो भी इस गाने को गुनगुनाता था उसके पास भुत आ जाते है। वह भुत दिखने में बड़ा ही खतरनाक होता है जिसे देख कर डर का गहराई से अनुभव होता था।
कहा जाता था की जिस व्यक्ति के सामने भुत आ जाता था वह फिर वह उसको छोड़ता नहीं था। उसकी मौत हो जाती थी या उसकी मानसिक रूप से हालत ख़राब हो जाती थी।
(8) राज़ डरावने हॉस्पिटल का
भारत में कही ऐसे कही हॉस्पिटल है जिसको हॉन्टेड माना जाता है। ऐसे ही एक भोपाल शहर में स्थित हॉस्पिटल की यह कहानी है। जिसके पांचवी मंज़िल पर जाने से लोग आज भी डरते है। वहां के डॉक्टर, मरीज से लेकर हॉस्पिटल के सारे स्टाफ का मानना है की वहां कुछ अजीबोगरीब घटनाए होती थी।
उस अस्पताल के पास से एक रोड गुजरता है उस पर एक लड़का देर रात को चल रहा था। तभी उसको आगे एक रोती हुई औरत दिखाई दी फिर लड़के ने उसको पूछा की आप रो क्यों रही है। तो उस औरत ने जवाब दिया की उसका बच्चा पास के ही एक अस्पताल में दाखिल है।
उसके पैसे की बहुत जरूरत है वरना उसकी जान को भी खतरा हो सकता है। लड़के ने उस औरत को समझाया की वह उसकी मदद करेगा उसे अस्पताल तक ले चलो। वह दोनों अस्पताल पहुंचते है वहां जा कर लड़का देखता है की लड़के से शरीर से काफी ज़्यादा खून बह रहा था।
लेकिन ओपरेशन के पैसे जमा कराए ना होने की वजह से उस बच्चे का ऑपरेशन नहीं किया जा रहा था। हालांकि लड़के ने वहा आकर पैसे जमा करवा दिए। वह औरत ने उस लड़के के पास आ कर उसका पुरे दिल से शुक्रिया किया।
बाद में वह औरत सिडिया चढ़ते चढ़ते पांचवी मंज़िल तक पहोच गयी। लड़का उसके पीछे पीछे वहा तक आ गया। ऊपर जा कर उसने औरत से पूछा की आप कहा जा रही हो। तो औरत ने जवाब दिया की उसके पेट में दर्द हो रहा है वह डॉक्टर या नर्स के पास जा रही है।
फिर लड़के ने निचे जाकर उसका इंतज़ार किया काफी देर हो गयी वह वापस नहीं लौटी। उसके बच्चे का भी सही से ऑपरेशन हो गया था और वह अब खतरे से बहार था। लड़के ने दिर उसकी माँ को बुलाने के लिए ऊपर की मंजिल पर जाने का फैसला किया।
उसने जैसे ही ऊपर की पांचवी मंजिल पर पैर रखा वहा सब जगह आग लगी हुई थी बस हर तरफ से धुआँ ही धुआँ आ रहा था। यह सब देख कर लड़का जोर से चिल्लाया और वही बेहोश हो कर गिर गया।
जब उसने आँखे खोली तो वह उसी अस्पताल के एक बेड पर लेटा हुआ था। उसने उठ कर नर्स को सारी बाते बताई तो नर्स ने उसे बताया की आप सीढ़ियों के पास बेहोश मिले थे। उसने पांचवी मंजिल के बारे में कहा तो नर्स ने बताया की वह जगह तो पिछले 15 साल से बंद पड़ी है वहा कोई आता जाता नहीं है।
यह सब बाते सुन कर वह लड़का चौक जाता है की ऐसा कैसे हो सकता है। वह औरत कौन थी जो कल रात उसे सड़क पर मिली थी। पांचवी मंजिल पर जा कर वह कहा गायब हो गयी। ऐसे काफी सारे सवाल उसके मन में चल रहे थे जिनका कोई जवाब नहीं था।
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